भारत-चीन विवाद: LAC पर भारत ने लिया कदम, चीन में बढ़ी चिंता , शांति की अपील

भारत-चीन विवाद: LAC पर भारत ने लिया कदम, चीन में बढ़ी चिंता , शांति की अपील

चीन का विरोध, भारत के कदम को नकारते हुए कहा- शांति की रक्षा के लिए अनुकूल नहीं

09 मार्च 2024

भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हालात लगातार तनावपूर्ण बने हैं। भारतीय सेना ने इस तनाव को बढ़ाने के लिए वहां सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का फैसला किया है, जो चीन को नगवार गुजरता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस फैसले के खिलाफ आपत्ति जताई, कहते हुए कि भारत का यह कदम ‘तनाव कम करने के लिए अनुकूल नहीं’ है।

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि चीन के साथ अपनी विवादित सीमा को मजबूत करने के लिए पहले पश्चिमी सीमा पर तैनात 10,000 सैनिकों की एक टुकड़ी को वहां तैनात किया गया है। सैन्य अधिकारी ने बताया कि चीन से सटी विवादित नियंत्रण रेखा पर पहले से तैनात 9000 सैनिक अब नवगठित लड़ाकू कमान के अधीन होंगे। यह संयुक्त बल उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे उत्तर भारतीय राज्यों को चीन के कब्जे वाले तिब्बत क्षेत्र से अलग करने वाली 532 किमी (330.57 मील) सीमा की रक्षा करेगा।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने भारत के इस कदम पर आपत्ति जताते हुए कहा, ‘चीन सीमावर्ती क्षेत्रों की शांति और स्थिरता की रक्षा के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा मानना है कि भारत का कदम शांति की रक्षा और तनाव कम करने के लिए भी अनुकूल नहीं है।’ उन्होंने इसके साथ ही कहा, ‘सीमावर्ती क्षेत्रों में भारत की सैन्य तैनाती में इजाफे से सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति को शांत करने या इन क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा की रक्षा करने में मदद नहीं मिलती है।’

चीन से सटी LAC पर यह ताजा घटनाक्रम रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा देश की सीमा पर कई चुनौतियों के बीच युद्ध के लिए भारत की तैयारियों पर प्रकाश डालने के कुछ दिनों बाद आया है। राजनाथ सिंह ने 7 मार्च को एनडीटीवी के पहले डिफेंस समिट में बोलते हुए कहा, ‘हमने कभी किसी की जमीन पर कब्जा नहीं किया है, लेकिन अगर कोई हम पर हमला करता है, तो हम मुंहतोड़ जवाब देने की स्थिति में हैं। हमें हर समय युद्ध के लिए तैयार रहना होगा… यहां तक कि शांतिकाल में भी। हमें तैयार रहना होगा। चाहे जमीन से, हवा से या समुद्र से… अगर कोई भारत पर हमला करता है तो हमारी सेनाएं दृढ़ता से जवाब देंगी। हमने कभी किसी की जमीन पर कब्जा नहीं किया है, लेकिन अगर कोई हम पर हमला करता है तो हम मुंहतोड़ जवाब देने की स्थिति में हैं।’

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