JDU: ऑफिस में लिफाफा मिला, उसमें 10 करोड़ के बॉन्ड आए सामने

JDU: ऑफिस में लिफाफा मिला, उसमें 10 करोड़ के बॉन्ड आए सामने

“इलेक्टोरल बॉन्ड के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, इलेक्शन कमीशन सभी राजनीतिक दलों को जारी कर रहा है बॉन्ड संबंधित जानकारी की सार्वजनिकता, जिसमें जनता दल (यूनाइटेड) नेतृत्व वाली फाइलिंग में 10 करोड़ रुपए के बॉन्ड का खुलासा किया गया, जिसमें कोई डोनर जानकारी उपलब्ध नहीं थी।”

18 मार्च 2024

इलेक्टोरल बॉन्ड, जो कि चुनाव में चंदे के रूप में राजनीतिक दलों को दिए जाने वाले धन को स्वीकृति देने के लिए उपयोग किया जाता है, पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक नई चरण में आया है। इस फैसले के बाद, सभी राजनीतिक दलों ने इलेक्टोरल बॉन्ड के संबंध में सारी जानकारी को एक सीलबंद लिफाफे में संग्रहित करके इलेक्शन कमीशन को सौंप दी है। इस नए प्रक्रिया में, जनता दल (यूनाइटेड) के नेतृत्व वाली पार्टी ने एक बड़ा खुलासा किया है। इस खुलासे के अनुसार, साल 2019 में उनके पार्टी के पटना ऑफिस में एक अज्ञात व्यक्ति ने 10 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड वाला एक लिफाफा दिया था।

इलेक्शन कमीशन ने इस मामले में सार्वजनिक जानकारी को 17 मार्च को जारी किया। इसके परिणामस्वरूप, कई और राजनीतिक दलों की भी खुलासे की गई हैं। इस प्रक्रिया में बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी की फाइलिंग से पता चला है कि उन्हें इलेक्टोरल बॉन्ड में कुल 24 करोड़ रुपये से अधिक की राशि मिली है।

इसे छोड़कर, अन्य राजनीतिक दलों जैसे कि भारती एयरटेल और श्री सीमेंट भी इस प्रक्रिया में शामिल हैं। जेडीयू की फाइलिंग से पता चलता है कि उन्हें हैदराबाद, कोलकाता, और पटना के एसबीआई शाखाओं से कुल 24 करोड़ रुपये से अधिक की राशि मिली है। समाजवादी पार्टी ने भी 10 करोड़ से अधिक की राशि के बॉन्ड की जानकारी दी है, जिनमें पार्टी ने कहा कि इन बॉन्ड पर किसी का नाम नहीं दिया गया था।

पॉलिटिक्स