भारत ने शेख हसीना को लेकर किया अहम ऐलान: क्या है भविष्य का रास्ता?

भारत ने शेख हसीना को लेकर किया अहम ऐलान: क्या है भविष्य का रास्ता?

जयशंकर ने शेख हसीना के भारत में शरण देने के सवाल पर सरकार की स्थिति स्पष्ट की, सर्वदलीय बैठक के बाद आया बयान

नई दिल्ली, 6 अगस्त 2024

बांग्लादेश के संकट के बीच शेख हसीना की भारत यात्रा

बांग्लादेश में हाल ही में हुई अस्थिरता के चलते पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश छोड़कर भारत की ओर रुख किया है। इस घटनाक्रम ने बांग्लादेश के भविष्य को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शेख हसीना की योजना पहले लंदन जाने की थी, लेकिन ब्रिटेन की वर्तमान अस्थिर परिस्थितियों को देखते हुए वहां शरण मिलना मुश्किल प्रतीत हो रहा है।

ब्रिटेन की अस्थिरता और शरण का संकट

ब्रिटेन में इस समय घरेलू मुद्दों को लेकर कई शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं, जो वहां की स्थिति को अस्थिर बना रहे हैं। इस अस्थिरता के चलते शेख हसीना के लंदन जाने और वहां शरण लेने की संभावना कम हो गई है। सूत्रों का कहना है कि ब्रिटेन की मौजूदा स्थिति के कारण शेख हसीना को तात्कालिक रूप से वहां शरण मिलने की संभावना नहीं है।

 शेख हसीना को मदद का भरोसा दिलाया है

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भारत से संभावित शरण

भारत और शेख हसीना के परिवार के बीच ऐतिहासिक संबंधों को देखते हुए अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या भारत उन्हें शरण दे सकता है। शेख हसीना के परिवार की पार्टी, अवामी लीग, के भारत के साथ पुरानी रिश्तेदारी रही है। 1971 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता की लड़ाई के नायक शेख मुजीबर रहमान का भी भारत के साथ करीबी रिश्ता था। 1975 में शेख मुजीबर की हत्या के बाद, शेख हसीना और उनकी बहन रेहाना को भारत ने आश्रय प्रदान किया था। अब, इस पृष्ठभूमि के कारण कई आवाजें उठ रही हैं कि भारत को शेख हसीना को शरण देना चाहिए।

भारत की स्थिति और कार्रवाई

भारत ने आज सुबह एक सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की गई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि भारत ने शेख हसीना को मदद का भरोसा दिलाया है और उनकी भविष्य की योजना को लेकर समय दिया है। इसके साथ ही, भारत बांग्लादेश में मौजूद 10,000 से अधिक भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेशी सेना के संपर्क में है।

सर्वदलीय बैठक और समर्थन

सर्वदलीय बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, द्रमुक नेता टी आर बालू, और राकांपा नेता सुप्रिया सुले जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। बैठक के बाद, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस बात की पुष्टि की कि संसद में बांग्लादेश के हालिया घटनाक्रमों पर सभी दलों का समर्थन और तालमेल रहा। कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने भी बैठक के दौरान सरकार के साथ समर्थन की पुष्टि की, हालांकि वे बैठक में मौजूद नहीं थे।

शेख हसीना की सुरक्षा और भारत की भूमिका

बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के बीच शेख हसीना ने अचानक इस्तीफा देकर देश छोड़ने का निर्णय लिया। सोमवार रात, शेख हसीना बांग्लादेशी वायुसेना के सी-130 जे सैन्य विमान से भारत पहुंचीं। उनके लंदन जाने की योजना के बावजूद, भारत का समर्थन उनके भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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