रीसाइक्लिंग बॉक्स को प्रत्येक स्टेशन के पेमेंट वाले क्षेत्रों में स्थापित किया गया है ताकि यात्रियों को उनके ई-कचरे को जिम्मेदारी से निपटाने की आदत डाली जा सके।
20 जुलाई 2024
अगर आप दिल्ली मेट्रो से यात्रा करते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। दरअसल, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने जापानी रीसाइक्लिंग फर्म जेआईटी यामानाशी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (JIT Yamanashi India Pvt Ltd) के सहयोग से प्रिंटर स्याही की बोतलों और कार्ट्रिज के रीसाइक्लिंग के लिए ई-कचरा रीसाइक्लिंग बॉक्स लॉन्च किया है। इस सुविधा का उद्घाटन हौज खास मेट्रो स्टेशन पर जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) और DMRC के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। उद्घाटन के अवसर पर जापान के राजदूत महामहिम सुजुकी हिरोशी और DMRC के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमार भी मौजूद थे।
15 प्रमुख स्टेशनों पर इंस्टॉल किए गए रीसाइक्लिंग बॉक्स
ये रीसाइक्लिंग बॉक्स दो के सेट में इंस्टॉल किए गए हैं और वर्तमान में 15 प्रमुख इंटरचेंज मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध हैं। इनमें वेलकम, कश्मीरी गेट, नेताजी सुभाष प्लेस, गुरु तेग बहादुर नगर, नई दिल्ली, राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, दिल्ली हाट-आईएनए, हौज खास, द्वारका, जनकपुरी पश्चिम, राजौरी गार्डन, मंडी हाउस, यमुना बैंक और लाजपत नगर शामिल हैं।
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रीसाइक्लिंग के प्रति जागरूकता बढ़ाने की पहल
ये रीसाइक्लिंग बॉक्स हर स्टेशन के पेमेंट क्षेत्रों में लगाए गए हैं ताकि यात्रियों को अपने ई-कचरे को जिम्मेदारी से निपटाने की आदत डाली जा सके। इन बॉक्सों को इंस्टॉल करना DMRC की पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति समर्पण को दर्शाता है। JICA की इस पहल से मेट्रो यात्रियों में रीसाइक्लिंग के प्रति जिम्मेदारी बढ़ेगी और एकत्र किए गए ई-कचरे को रिसाइकिल करके पर्यावरणीय नुकसान को कम किया जाएगा।
आने वाले महीनों में रीसाइक्लिंग बॉक्स की संख्या बढ़ाने की योजना
पिछले महीने DMRC और JIT यामानाशी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बीच इस परियोजना को लेकर एक समझौता साइन किया गया था, जिसमें लोगों को उनकी जिम्मेदारी को विशेष रूप से समझाने पर जोर दिया गया है। इस प्रोसेस की सफलता के आधार पर, DMRC आने वाले महीनों में चरणबद्ध तरीके से सभी प्रमुख स्टेशनों पर ई-कचरा रीसाइक्लिंग बॉक्स की संख्या बढ़ाने की योजना बना रही है। इस पहल के माध्यम से DMRC पर्यावरणीय जिम्मेदारी को बढ़ावा देने और टिकाऊ शहरी परिवहन प्रणालियों के लिए एक मिसाल कायम करने की दिशा में अग्रसर है।
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