बीजेपी द्वारा मतदाताओं को धमकाने के लिए और मतदान प्रभावित करने के लिए बड़े स्तर पर तैयारियाँ ?
चुनाव आयोग बेखबर या कर रहा नजर अंदाज़ ?
जबलपुर पश्चिम मध्य प्रदेश विधानसभा की एक शांत सीट मानी जाती है लेकिन जबसे राकेश सिंह को यहाँ से बीजेपी का कैंडिडेट बनाया गया है तबसे यहाँ कुछ भी शांत नहीं। कभी महिलाओ से अभद्रता तो कभी रिहायशी कॉलोनियों में महिला से मरपीट। अब तो पश्चिम जबलपुर में वो हो रहा है तो यहाँ की शांतिप्रिय जनता ने कभी नहीं देखा, यहाँ पुलिस के संरक्षण में उत्तर प्रदेश की गाड़ियाँ बड़े पैमाने पर राकेश सिंह के काफिले के साथ घूम रही है। जिसमे शक जाहिर किया जा रहा है की वह मतदान को प्रभावित करने की कोशिश की मंशा से यहाँ है।
जबसे राकेश सिंह को यहाँ से चुनाव जीतना मुश्किल दिखने लगा है, तबसे पश्चिम जबलपुर में मतदान को प्रभावित करने की कोशिशे लगातार हो रही है। वह यह तो कहते दीखते है की वह वोट के बदले कुछ नहीं बाटेंगे पर सूत्रों की बातो पर विश्वास किया जाए तो वह आये दिन विभिन्न होटलो में लोगो को वोट के बदले कीमती सामान देने की चेष्टा कर रहे हैं।
मूक है चुनाव आयोग या नहीं समझ पा रहा बीजेपी का खेल ?
तस्वीर में दिख रही अनेको काली गाड़ियों के आसपास पुलिस प्रशासन भी है लेकिन वह उनको संरक्षण दे रहा है नाकि जवाब तालाब किया जा रहा है की कहाँ से आयी एक साथ इतनी सारी एक जैसे गाड़ियां। चुनाव आयोग को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए क्यूंकि यह सीधे तौर पर लोकतान्त्रिक प्रणाली पर प्रहार की तरह है।
जबलपुर न्यूज़: पुलिस के संरक्षण में राकेश सिंह के काफिले में घूम रही प्रदेश से बाहर की गाड़ियाँ
बीजेपी द्वारा मतदाताओं को धमकाने के लिए और मतदान प्रभावित करने के लिए बड़े स्तर पर तैयारियाँ ?
चुनाव आयोग बेखबर या कर रहा नजर अंदाज़ ?
जबलपुर पश्चिम मध्य प्रदेश विधानसभा की एक शांत सीट मानी जाती है लेकिन जबसे राकेश सिंह को यहाँ से बीजेपी का कैंडिडेट बनाया गया है तबसे यहाँ कुछ भी शांत नहीं। कभी महिलाओ से अभद्रता तो कभी रिहायशी कॉलोनियों में महिला से मरपीट। अब तो पश्चिम जबलपुर में वो हो रहा है तो यहाँ की शांतिप्रिय जनता ने कभी नहीं देखा, यहाँ पुलिस के संरक्षण में उत्तर प्रदेश की गाड़ियाँ बड़े पैमाने पर राकेश सिंह के काफिले के साथ घूम रही है। जिसमे शक जाहिर किया जा रहा है की वह मतदान को प्रभावित करने की कोशिश की मंशा से यहाँ है।
जबसे राकेश सिंह को यहाँ से चुनाव जीतना मुश्किल दिखने लगा है, तबसे पश्चिम जबलपुर में मतदान को प्रभावित करने की कोशिशे लगातार हो रही है। वह यह तो कहते दीखते है की वह वोट के बदले कुछ नहीं बाटेंगे पर सूत्रों की बातो पर विश्वास किया जाए तो वह आये दिन विभिन्न होटलो में लोगो को वोट के बदले कीमती सामान देने की चेष्टा कर रहे हैं।
मूक है चुनाव आयोग या नहीं समझ पा रहा बीजेपी का खेल ?
तस्वीर में दिख रही अनेको काली गाड़ियों के आसपास पुलिस प्रशासन भी है लेकिन वह उनको संरक्षण दे रहा है नाकि जवाब तालाब किया जा रहा है की कहाँ से आयी एक साथ इतनी सारी एक जैसे गाड़ियां। चुनाव आयोग को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए क्यूंकि यह सीधे तौर पर लोकतान्त्रिक प्रणाली पर प्रहार की तरह है।